Saturday, March 8, 2014

ख्वाब मेरे

कल रात मैंने ख्वाब 
बाँटे थे खुले हाथ

कुछ आपको दिये
कुछ रख लिये
खुद के लिये

आपके ख्वाब तो आप
बिस्तरपे छोडके चली गयी
लेकिन हमारे ़़़़़़……..?
हमारे साथ ले गयी

उनको कभी तो
दिन दिखा देना
बचे हुए बाकी मेरे
मुझे लौटा देना

किसी नींदपरेशाँको
काम अा जाये 

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